10वीं और 12वीं बोर्ड में सेमेस्टर सिस्टम लागू होने से छात्रों और उनके रिजल्ट पर क्या असर होगा?

10वीं एंव 12वीं कक्षा  मे पढ़ाई कर रहे आप सभी  विद्यार्थियों  एंव उनके  अभिभावकों  को समर्पित इस आर्टिकल में हम, आपको  केंद्र सरकार द्धारा स्कूली शिक्षा  मे किये जाने वाले बदलावों की संभावनाओं  केे बारे मे बताना चाहते है जिसके लिए आपको ध्यानपूर्वक इस  आर्टिकल को अन्त तक पढ़ना होगा।

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साथ ही साथ इस लेख मे, हम आपको NCF  के बारे में भी बतायेगे ताकि आप इस दस्तावेज  के बारे मे जान सकें व इसके बारे मे अपनी एक  समझ विकसित  कर सकें औऱ

आर्टिकल के अन्त मे हम आपको क्विक लिंक्स प्रदान करेगे ताकि आप आसानी से इसी प्रकार के आर्टिकल्स को प्राप्त करके इनका लाभ प्राप्त कर सकें।

Semester system in 10th and 12th board

10वीं और 12वीं बोर्ड में सेमेस्टर सिस्टम लागू होने से छात्रों और उनके रिजल्ट पर क्या असर होगा?

आईए अब हम आप सभी  10वीं एंव 12वीं कक्षा  मे पढ़ने वाले आप सभी  छात्र – छात्राओं को विस्तार से  जारी न्यू अपडेट  के बारे मे बताना चाहते है जो कि, इस प्रकार से हैं –

केंद्र सरकार करने जा रही है स्कूली शिक्षा मे बदलाव, विशेषज्ञ समिति का हुआ गठन

  • ताजा मिले सूत्रो   के मुताबिक एक बार फिर से केंद्र मे बैठी मोदी सरकार  द्धारा स्कूली शिक्षा प्रणाली  मे आमूलचुक बदलाव करने की  कवायद  को शुरु कर दिया गया है और
  • इसी क्रम मे  केंद्र सरकार द्धारा  विशेषज्ञों  की एक  कमेटी  का गठन किया है जिसको लेकर जल्द ही न्यू Update जारी किया जायेगा जिसकी पूरी विस्तृत जानकारी  हम आपको प्रदान करेगे।



विद्यार्थियो को साल मे 2 बार देना पड़ सकता है बोर्ड एग्जाम, लागू होने जा रहा है सेमेस्टर सिस्टम

  • यहां पर हम, आप सभी विद्यार्थियो  को बताना चाहते है कि, नई राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रुपरेखा  का गहन अवलोकन  करने के लिए  एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया जायेगा,
  • इस समिति के अनुसार, जल्द ही स्कूली शिक्षा प्रणाली  मे ” सेमेस्टर सिस्टम ”  को लागू किये जाने की  संभावना  है  और
  • इसका सीधा सा अर्थ यह होगा कि, इस  सिस्टम  के लागू होने के बाद 10वीं एंव 12वीें मे पढने  वाले हमारे सभी विद्यार्थियो को  साल मे 2 बार बोर्ड  परीक्षा के लिए  हाजिर  होना होगा।

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आखिर क्या है NCF? – संक्षिप्त परिचय

  • सरल भाषा मे कहें तो  NCF  कुछ और नहीं बल्कि एक Document है,
  •  इस डॉक्यूमेंट का   महत्व यह है कि, स्कूली शिक्षा की तमाम  पाठ्य – पुस्तकों का  निर्माण  इसी के आधार पर किया जाता है,
  • अभी वर्तमान समय मे NCERT  की जो  किताबें  हम, पढ़ते है वे मुुख्यतौर पर  NCF 2005  पर आधारित है औऱ
  • अन्त में, आपको बता दें कि, इस दस्तावेज  मे अब तक कुल 3 बार संसोधन  हो चुके है आदि।



माध्यमिक स्तर पर क्या बदलाव होने की संभावना है?

  • यहां  पर हम, आपको बता देना चाहते है कि,  माध्यमिक स्तर पर विषयो एंव परीक्षाओं की पद्धति  मे बदलाव किये जाने की  संभावना जताई जा रही है,
  • स्कूली शिक्षा  के 9वीं कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा  के विषयो एंव परीक्षाओं  मे  बदलाव होने की सबसे अधिक संभावना है जिसमे मुख्यतौर  पर  गणित, Computing, Commercial Education, Physical Education, Arts, Social Science, Science and Inter – Disciplinanary Subjects   मे  बदलाव  किया जा सकता है आदि।

अन्त, इस प्रकार हमने आपको विस्तार से पूरी  अपडेट  प्रदान की ताकि  आप इसका पूरा  – पूरा लाभ प्राप्त कर सकें।

सारांश

अपने इस आर्टिकल मे हमने आपको ना केवल  स्कूली शिक्षा  मे होने वाले बदलावों  के बारे में बताया बल्कि  हमने आपको विस्तार से पूरी  न्यू अपडेट्स  के बारे मे बताया ताकि आप पूरी जानकारी प्राप्त करके इसका सदुपयोग  कर सके।

अन्त, इस प्रकार हमे उम्मीद है कि, आपको हमारा यह आर्टिकल बेहद पसंद आया होगा  जिसके लिए आप हमारे इस आर्टिकल को लाइक, शेयर व कमेंट करेगे।

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