Parenting – आजकल माता-पिता अपने बच्चों को मोबाइल दिखा कर खाना खिलाते है। बच्चे खाना खाने में बहुत आना का नहीं करते है, इस वजह से अपना काम आसान बनाने के लिए छोटे बच्चों को मोबाइल दे देते है। एक रिसर्च के अनुसार 2 साल से कम उम्र के 90% बच्चे मोबाइल देखकर खाना खाते है। एक दूसरी study बताती है कि मोबाइल की लत आजकल बचपन से ही लग जा रही है। इस वजह से बच्चे का दिमाग सही तरीके से विकसित नहीं हो पा रहा है। इस तरीके से उसका पेट भर जाता है लेकिन अन्य परेशानियां शुरू हो जाती है।
छोटे बच्चे खाना खाते वक्त बहुत कुछ पहली बार अनुभव करते है। उनके लिए यह छोटा-छोटा अनुभव दिमाग को विकसित करने के लिए बहुत जरूरी होता है। लेकिन अगर आप अपना काम आसान बनाने के लिए बच्चों को मोबाइल दिखाते हैं तो इससे उस पर क्या प्रभाव पड़ सकता है इसकी जानकारी नीचे दी गई है।
Parenting Tips – Overview
Name of Post | Parenting – खाते व्यक्त बच्चे को मोबाईल न दिखाए |
Who Can Apply | Any Parent who want healthy child |
Eligibility | Any Parents Can Understand this article |
Benefits | Your Child Free from Mobile Addiction |
Years | 2023 |
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Parenting Tips – बच्चों को मोबाइल दिखाना हो सकता है
आज के समय में मोबाइल जरूर बन चुकी है। लेकिन 4 साल से कम की उम्र के बच्चों के लिए यह आज भी एक खतरनाक जहर है। एक छोटा बच्चा मोबाइल देखते हुए खाना खाने का आदत पड़ ले तो उसके साथ किस तरह की परेशानी हो सकती है उसे समझाया गया है –
खाने का स्वाद लेने में होती है परेशानी
छोटे बच्चों के लिए खाना खाते वक्त उसे खाने का स्वाद लेना बहुत जरूरी होता है। इस तरह वह अलग-अलग खाने के स्वाद को समझता है और उसका दिमाग विकसित होता है। लेकिन जब बच्चा मोबाइल देखते हुए खाना खाता है तो उसका दिमाग मोबाइल देखने में ज्यादा काम करता है और खाने पर ध्यान नहीं दे पता है। इसका सबसे बड़ा नुकसान है कि खाना शरीर में लगता नहीं है और दूसरा खाने के स्वाद को लेकर परेशानी होती है।
एक स्टडी से पता चला है कि जिन छोटे बच्चों को मोबाइल देखते हुए खाना खाने का आदत लगता है उन्हें खाने का स्वाद लेने में परेशानी होती है। वे बच्चे समझ नहीं पाते हैं कि खाना अच्छा है या खराब, इस वजह से उन्हें विभिन्न प्रकार की परेशानी भी होती है।
देर से पचता है खाना
मोबाइल देखते हुए खाना खाने से शरीर एक्टिव नहीं रह पाता है। इस वजह से धीरे-धीरे शरीर का मेटाबॉलिज्म खत्म होने लगता है और खाना देर से पचता है। एक रिसर्च से मालूम चला है कि अगर आप खाने को ध्यान देकर उसका स्वाद लेकर आराम से महसूस करते हुए नहीं कहेंगे तो उसका असर आपके पेट पर देखने को मिलता है। एक व्यक्ति जो मोबाइल देखते हुए या ध्यान किसी दूसरे काम पर रखकर खाना खाता है उसे अक्सर गैस और कब्ज जैसी परेशानी रहती है।
बचपन से ही अगर बच्चे को मोबाइल देखते हुए खाने का आदत लग जाएगा तो आगे चलकर उसे गैस एसिडिटी और उसका शरीर अन्य प्रकार की बीमारी का जड़ बन जाएगा। अपने बच्चों के भविष्य को बनाने के लिए आपको सतर्क रहना है और उसे खाना खाते वक्त खाने पर ध्यान देने को कहना है।
मां-बाप के बीच की बॉन्डिंग काम हो जाती है
एक बच्चा जो दिन भर मोबाइल देखा है वह अपनी ख्यालों को बहुत अलग स्तर पर लेकर चला जाता है। खाना खाना एक ऐसा समय होता है जब परिवार के सभी सदस्यों को एक साथ बैठना चाहिए। लेकिन अगर मोबाइल देखते हुए आप खाना खाते हैं तो परिवार के अन्य सदस्यों के साथ अफेक्शन, बॉन्डिंग और प्यार कम होने लगता है। धीरे-धीरे बच्चे मां-बाप को इग्नोर करने लगते हैं और अपनी दुनिया में खो जाते हैं।
यह देखा गया है कि जिन घरों में मां-बाप के साथ बैठकर खाना खाते वक्त हंसी की डोली नहीं होती है उसे घर में बच्चे मां-बाप से कट जाते हैं और उनसे दूर चले जाते है। इसलिए जरूरी है कि आप अपने बच्चों को बचपन से ही मोबाइल की आदत ना लगे और खाना खाते वक्त उसके साथ खेलें।
आंखों पर पड़ता है असर
बचपन से ही अगर बच्चे को बहुत अधिक मोबाइल देखने की आदत लग जाएगी तो उसके आंखों पर जल्द ही मायोपिया का असर होगा। यह एक बीमारी है जिसमें नजदीक की चीज दिखाना बंद हो जाती है। आमतौर पर यह बीमारी कॉलेज में पढ़ने वाले लड़कों को अधिक पढ़ने या फिर मोबाइल चलाने के कारण होती है। लेकिन अगर आप अपने बच्चों को 2 साल या 1 साल की उम्र से ही मोबाइल दिखा रहे हैं तो बहुत जल्दी ही उसके आंखों पर चश्मा चढ़ाने वाला है।
बच्चों को खाना खाते समय मोबाइल ना दिखाएं
दुनिया भर में बहुत सारे रिसर्च हो रहे हैं उनके अनुसार बच्चों को खाना खाते समय मोबाइल नहीं दिखना चाहिए। अगर बच्चे मोबाइल देख कर खाना खाते हैं तो उनकी स्त्री खराब होती है और जल्द ही उन्हें विभिन्न प्रकार की बीमारी होने लगती है। न केवल इसका असर पेट की बीमारी और आंख की बीमारी पर पड़ता है बल्कि इसका भारी असर दिमाग पर भी पड़ता है।
बहुत ही छोटी उम्र से लगातार मोबाइल देखने का कारण दिमाग सही तरीके से विकसित नहीं हो पता है। बच्चों में सोचने समझने की क्षमता धीरे-धीरे कम होने लगती है। इसका असर आने वाले जीवन में बहुत बुरी तरीके से दिखता है। इस वजह से बच्चे को उसका दिमाग इस्तेमाल करने की पूरी छूट दें उसे कम से कम खाना खाते समय मोबाइल ना दिखाएं और सब साथ बैठकर उसके साथ खेल कर खाएं।
निष्कर्ष
इस लेख में हमने आपको बताया कि बच्चों को मोबाइल नहीं दिखना चाहिए (Parenting) और किस तरह छोटे बच्चे मोबाइल देखकर अगर कहते हैं तो इसका कितना बड़ा है सर बच्चे पर पड़ता है। हमने इस तरह की सभी आवश्यक जानकारी को सरल शब्दों में समझाने का प्रयास किया है ताकि आप जान सके कि बच्चों को किस तरह से एक स्वस्थ और अच्छा भविष्य दिया जा सकता है।