भारत के ज्यादातर गरीब एवं मध्यम वर्गीय परिवार में लाइफबॉय और लक्स का इस्तेमाल नहाने के लिए किया जाता है। आपने इन दोनों तरह के साबुन को जरूर अपने घर में देखा होगा। लेकिन आपको बता दे यह साबुन इंसानों के लिए नहीं है। भारतीय सरकार ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर इस बात को साफ-साफ दर्ज किया है कि एक अच्छे साबुन की क्या खूबियां होती है। उसके अनुसार Lifebuoy और Lux सूची में सबसे नीचे आते हैं।
आज हम आपको देश के इन दोनों प्रचलित साबुनों के बारे में एक अनोखी बात बताने वाले है। अगर आप भी इस तरह के साबुन का इस्तेमाल करते हैं तो तुरंत सतर्क हो जाइए।
Lifebuoy and Lux Features – Overview
Name of Post | क्या आपका साबुन नहाने वाला साबुन है? |
Which is Best Soap | जिसका TFM ज्यादा होता है |
TFM Contains | 76 – Grade 1
70 – Grade 2 60 – Grade 3 |
Check Soap Quality | साबुन के पीछे लिखा रहता है की उसका टफं कितना है |
Must Read
आपका नहाने वाला साबुन नहाने के लिए नहीं है
जी हां आपने सही पढ़ा आपका नहाने वाला साबुन इंसानों के लिए नहीं है। ऐसा मैं नहीं कह रहा, यह जानकारी केंद्र सरकार की आधिकारिक वेबसाइट से ली गई है। Ministry of Consumer Affairs की आधिकारिक वेबसाइट पर बताया गया है कि साबुन को तीन भाग में विभाजित किया जाता है। Grade 1, Grade 2, और Grade 3। इसे TFM Chemical के आधार पर बाटा जाता है, और Grade 1 सबसे अच्छा होता है।
अन्य ग्रेड 2 और ग्रेड 3 के साबुन में टीएमएफ केमिकल बहुत कम होता है इस वजह से जानवरों को नहलाने के लिए, या Toilet Soap की तरह इस्तेमाल जाता है। हमने आपको Indian Government की List नीचे प्रस्तुत की है। उसके अनुसार आपकी लाइफबाय और लक्स की स्थिति देख सकते है।
Note – Ministry of Consumer Affairs के पूरे Report को Download करें और Page 16 पर साबुन की जानकारी देखें
ये TFM क्या है? और कितना होना चाहिए।
Total Fatty Matter (TFM) यह केमिकल साबुन में जितना अधिक होता है वह उसे उतना हल्का और अच्छी क्वालिटी का बनता है ताकि पतली चमड़ी वाले इसका इस्तेमाल कर सके। जितना कम TFM होता है उसे उतनी मोटी चमड़ी के लिए इस्तेमाल किया जाता है। हमारे हथेली का चमड़ा मोटा होता है इसलिए हाथ धोने हेतु आप Lifebuoy और Lux का इस्तेमाल कर सकते है।
दरअसल साबुन के ऊपर लिखा टीएफएम वैल्यू बताता है कि वह टॉयलेट सोप है या बाथिंग सोप। इसके आधार पर उसे तीन कैटेगरी में विभाजित किया गया है जिसके अनुसार ग्रेड 1 में 76 से अधिक, ग्रेड 2 में 70 से अधिक और ग्रेड 3 में 60 से अधिक फैटी मैटर होता है।
आपका साबुन टॉयलेट सोप है या बाथिंग सोप?
हर आदमी के घर में साबुन का इस्तेमाल जरूर किया जाता है। हम साबुन के क्वालिटी को देखने में नजर अंदाज करते है। अगर आप किसी साबुन को ध्यान से देखें तो आपको पता चलेगा उसमें कितना TFM है। अगर यह 76 से अधिक है तो अच्छी बात है अन्यथा यह एक टॉयलेट सोप है आप इसे गलती से नहाने के रूप में इस्तेमाल कर रहे है। वर्तमान समय में किस साबुन में कितना टीएफएम मौजूद है इसकी एक सूची ऊपर प्रस्तुत की गई है।
निष्कर्ष
तुरंत जाकर जल्दी चेक करें आपका साबुन टॉयलेट (Lifebuoy and Lux) में इस्तेमाल करने वाला है या फिर नहाने के लिए है। आपके साबुन का इस्तेमाल उसमें मौजूद टीएफएम क्वालिटी के आधार पर किया जाता है। अगर दी गई जानकारी आपको लाभदायक लगती है तो इसे अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।