Haryana Van Mitra Portal 2024 Registration- हरियाणा वन मित्र योजना Eligibility & Salary

Haryana Van Mitra Portal 2024: हरियाणा सरकार द्वारा हरियाणा में वन क्षेत्र का विस्तार करने, पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण कम करने और जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए लिए एक वन मित्र योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर भी प्रदान की जाएगी जिससे उनके और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत मिलेगी। आप सभी पात्र उम्मीदवार इसके लिए Haryana Van Mitra Portal पर जाकर Regisration कर सकते है।

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आप सभी को बता दे की “हरियाणा वन मित्र योजना” हरियाणा सरकार द्वारा शुरू की गई एक पहल है जिसका उद्देश्य राज्य में वनीकरण को बढ़ावा देना और युवाओं को रोजगार प्रदान करना है। यह योजना 15 फरवरी 2024 को शुरू की गई है। यह Haryana Van Mitra Scheme युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करेगी और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगी।

HARYANA VAN MITRA PORTAL 2024

आज के इस आर्टिकल में हम आप सभी को Haryana Van Mitra Portal 2024  के बारे मे पूरी जानकारी को विस्तार से बताने वाले है अगर आप भी इस योजना के बारे मे जानना चाहते है तो आप अंत तक बने रहे। इस लेख मे Haryana Van Mitra Yojana के बारे मे पूरी जानकारी को विस्तार से बताया गया है।




Haryana Van Mitra Portal 2024: Overview

Name of Scheme Haryana Van Mitra Scheme
Department Name Haryana Forest Department
State Haryana
Article Name Haryana Van Mitra Portal 2024
Article Category Sarkari Yojana
Registration Mode Online
Official Website haryanaforest.gov.in

Van Mitra Scheme Haryana

आज के इस लेख मे हम हरियाणा के के सभी पाठकों को बहुत बहुत हार्दिक स्वागत करते है। आज हम आप सभी को इस लेख के माध्यम से Van Mitra Scheme Haryana के बारे मे बताएंगे। हरियाणा वन मित्र योजना एक क्रांतिकारी पहल है जो हरियाणा को हरा-भरा बनाने और राज्य के लोगों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। योजना की सफलता के लिए सभी नागरिकों का सहयोग आवश्यक है।

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यदि आप भी इस Van Mitra Scheme Haryana के लिए Registration करना चाहते है तो आप  इस लेख को अंत तक पढ़ें और इसमे बताए गए प्रोसेस को फॉलो करके इस योजना के लिए रेजिस्ट्रैशन कर सकते है।




हरियाणा वन मित्र योजना क्या है?

वन मित्र योजना गैर-वन भूमि पर वृक्षारोपण गतिविधियों में सामुदायिक भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार की एक पहल है। एक स्वस्थ पर्यावरण के लिए हरित आवरण की महत्वपूर्ण भूमिका और हरियाणा में वन क्षेत्रों में कमी को पहचानते हुए, इस योजना का उद्देश्य राज्य भर में वृक्ष आवरण बढ़ाने में स्थानीय समुदायों को सीधे शामिल करना है। आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के 7500 स्थानीय स्वयंसेवकों के समर्थन का लाभ उठाकर, इस योजना में पर्यावरण संरक्षकता की संस्कृति और वृक्षारोपण और देखभाल के प्रति व्यक्तिगत प्रतिबद्धता को बढ़ावा देने की परिकल्पना की गई है।

हरियाणा वन मित्र योजना का उद्देश्य 

पर्यावरणीय स्थिरता, भूमि पर हरित आवरण की सीमा पर निर्भर करती है। हरियाणा जैसे कम वन वाले राज्यों में, नागरिकों के लिए पारिस्थितिक संतुलन और परिवेशी पर्यावरण की बहाली के लिए निर्दिष्ट वन क्षेत्रों के बाहर वृक्ष आच्छादन बढ़ाने की आवश्यकता है। वन मित्र योजना सामुदायिक संसाधनों को जुटाने और वृक्षारोपण और वृक्षारोपण की देखभाल के लिए उत्साह पैदा करने के उद्देश्य से एक रणनीतिक कदम है।

  • हरियाणा में वन क्षेत्र का विस्तार करना
  • पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण कम करना
  • जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद करना
  • युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करना
  • ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना

Haryana Van Mitra Scheme Eligibility

  • हरियाणा का मूल निवासी
  • 18 से 60 वर्ष की आयु
  • परिवार की वार्षिक आय 1.80 लाख रुपये से कम

वन मित्र योजना का लाभ

  • प्रति पौधा ₹10 का मानदेय
  • प्रति वर्ष अधिकतम 1000 पौधे लगाने की अनुमति
  • प्रशिक्षण और तकनीकी सहायता
  • बीमा कवरेज




हरियाणा वन मित्र योजना का परिचालन प्रक्रिया

  • जन जागरूकताः इस योजना का प्रिंट और विजुअल मीडिया और वन विभाग की वेबसाइट के माध्यम से व्यापक प्रचार किया जाएगा।
  • पत्र परिवारों की पहचानः ₹ 1.8 लाख से कम वार्षिक आय वाले पात्र परिवारों/व्यक्तियों की पहचान नागरिक संसाधन सूचना विभाग (सीआरआईडी) द्वारा बनाए गए परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) के आंकड़ों से की जाएगी और योजना में भाग लेने के लिए पात्रता की सूचना परिवारों को विभिन्न माध्यम द्वारा दी जाएगी। इस संदेश के माध्यम से हितधारकों को योजना की वन मित्र पोर्टल/मोबाइल ऐप पर पंजीकरण की प्रक्रिया के बारे में जागरूक किया जाएगा।
  • भूमि की पहचानः वन मित्र वृक्षारोपण के लिए भूमि की व्यवस्था करेंगे।
  • प्रशिक्षणः वन मित्रों को वृक्षारोपण तकनीकों और सुरक्षा उपायों पर बुनियादी प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्हें वन मित्र मोबाइल ऐप पर व्यावहारिक प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा।

Implementation Timeline and Activities of Haryana Van Mitra Yojana

प्रथम वर्ष

  • फरवरी/मार्चः पंजीकरण, चयन और प्रशिक्षण।
  • 10 जून तकः वृक्षारोपण के लिए गड्ढे खोदने का काम पूरा।
  • 1 जुलाई से 15 अगस्तः रोपण अवधि।
  • 31 अगस्त तकः वृक्षारोपण सत्यापन और जियो टैगिंग का पूरा होना।
  • सितंबर से अप्रैलः वृक्षारोपण का रखरखाव और संरक्षण।

दूसरा, तीसरा और चौथा वर्ष

  • वृक्षारोपण का रखरखाव और संरक्षण।

Haryana Van Mitra Salary

पहला वर्ष

  • जून का अंतिम सप्ताहः जियो टैगिंग और मोबाइल ऐप पर वन मित्र द्वारा गड्ढों का फोटो-ग्राफ अपलोड करने पर 20 रुपये प्रति गड्ढा ।
  • जुलाई और अगस्त के अंतिम सप्ताहः वन मित्र द्वारा लगाए गए पौधे की जियो टैगिंग के बाद 30 रुपये प्रति पौधा ।
  • सितंबर से महीनों का अंतिम सप्ताहः रोपण के रखरखाव और संरक्षण के लिए 10 रुपये प्रति जीवित पौधा।




द्वितीय वर्ष

  • हर महीने के अंतिम सप्ताह में 8 रुपये प्रति जीवित पौधा ।

तीसरा वर्ष

5 रु प्रति जीवित पौधा हर महीने के अंतिम सप्ताह में।

Technology Integration of Van Mitra Scheme

Van Mitra App:

  • पंजीकरण, जियो-टैगिंग और वृक्षारोपण के अस्तित्व के मूल्यांकन के लिए।
  • वन मित्रों को मानदेय का भुगतान सरकार की प्रत्यक्ष हस्तांतरण लाभ (डीबीटी) नीति का पालन करते हुए सीधे उनके खातों में किया जाएगा।

Role and Responsibilities of Van Mitra

  • रोपण के लिए आवश्यक भूमि की पहचान और व्यवस्था करना। यदि वृक्षारोपण के लिए पहचानी गई भूमि वन मित्र के स्वामित्व में नहीं है, तो वह मालिक से लिखित रूप में अनुमति प्राप्त करेगा।
  • वृक्षारोपण के लिए आवश्यक गड्ढे खोदना और गड्ढे में वृक्षारोपण करना और मानक संचालन प्रक्रियाओं में निहित विनिर्देशों के अनुसार उनकी देखभाल करना। (SOPs).
  • वृक्षारोपण की सफलता सुनिश्चित करना ।

Role and Responsibilities of Forest Department

  • वन मित्र को रोपण के लिए स्वस्थ पौधे उपलब्ध कराना।
  • वन मित्र को वृक्षारोपण की तकनीकों और इसके रखरखाव / संरक्षण और मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) की तैयारी जैसे खरपतवार कटाई, सिंचाई, ठंड से पौधों की सुरक्षा के उपाय आदि पर बुनियादी प्रशिक्षण प्रदान करना।
  • वन रक्षक, वन दरोगा और रेंज अधिकारी वन मित्रों को उनके अधिकार क्षेत्र के भीतर वृक्षारोपण के संबंध में जब-जब आवश्यकता होगी, सलाह देंगे।
  • वन मित्र द्वारा किए गए वृक्षारोपण के सफलता प्रतिशत के मूल्यांकन का दस्तावेजीकरण ।




How to Register for Haryana Van Mitra?

यदि आप Haryana Van Mitra Portal Registration करना चाहते है तो आप नीचे बताए गए स्टेप्स को फॉलो करके इसके लिए रेजिस्ट्रैशन कर सकते है। Online Registration करने का ऑफिसियल लिंक नीचे के टेबल मे दिया गया है।

  • Haryana Van Mitra Portal Registration करने के लिए पात्र उम्मीदवार “Van Mitra Mobile App” पर परिवार के एक योग्य सदस्य (आयु 18 से 60 वर्ष के बीच) का पंजीकरण करेंगे।
  • पंजीकरण के समय परिवार सदस्य द्वारा लगाये जाने वाले पौधों की संख्या दर्ज की जायेगी जिसकी अधिकतम सीमा 1000 होगी।
  • पंजीकृत आवेदकों में, कम पारिवारिक आय एवं आयु में कम आवेदकों को प्राथमिकता दी जाएगी।

Basic Implementation Guidelines of the Scheme

  • योजना के तहत लगाए जाने वाले पौधे सफ़ेदा और पॉपलर जैसी छोटी रोटेशन प्रजातियां नहीं होंगी, जिन्हें कृषि वानिकी के तहत लगाया जाता है। इसके अलावा, केवल पेड़ों की प्रजातियों के पौधों को ही लगाया जाएगा।
  • पौधे से पौधे की न्यूनतम दूरी आठ मीटर होगी।
  • वन मित्र अपने निवास के गाँव, शहर या शहर में कहीं भी वृक्षारोपण के लिए गैर-वन भूमि का चयन करेंगे। यदि वन मित्र से संबंधित भूमि पर वृक्षारोपण नहीं किया जाता है, तो वह वृक्षारोपण के चार साल पूरे होने के बाद भूमि के मालिक को पौधे सौंप देगा और फिर मालिक अपनी संपत्ति के रूप में देखभाल करेगा। 25 रुपये प्रति पौधे का मानदेय वन मित्र को प्रोत्साहन के रूप में दिया जाएगा। यदि लगाया गया वृक्ष स्वयं वन मित्र की भूमि पर है, तो उसे वृक्ष का स्वामी माना जाएगा और आगे के प्रोत्साहन उसे वृक्ष के स्वामी के रूप में स्वीकार्य होंगे। वन मित्र और भूमि के मालिक के बीच इस आशय के एक समाप्ति समझौते पर हस्ताक्षर किए जाएंगे कि मालिक कम से कम 10 वर्षों तक पेड़ नहीं काटेगा। यदि पेड़ का मालिक पेड़ को 75 वर्ष की आयु तक रखता है, तो सरकार मालिक/उसके उत्तराधिकारियों को वर्ष 2024 में 100 रुपये की मूल दर के बराबर मानदेय देने बारे विचार कर सकती है। साथ ही, ऐसे पेड़ों को प्राण वायु देवता की राज्य सरकार की योजना के तहत मान्यता दी जाएगी और संरक्षकों को वृक्ष की देखभाल के लिए प्राण वायु देवता की योजना के तहत मानदेय दिया जाएगा।




निष्कर्ष 

आज के इस आर्टिकल में हम आप सभी को Haryana Van Mitra Portal के बारे मे पूरी जानकारी को सही सही और सम्पूर्ण तरीके से साझा किए है।

अगर आपको आज के यह लेख Haryana Van Mitra Yojana पसंद आया हो तो आप इसे शेयर जरूर करें और आपके पास इस लेख से संबधित कोई प्रश्न हो तो आप हमें नीचे के कॉमेंट सेक्शन मे अपना सवाल करके हमसे करके पूछ सकते है।




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