Deendayal Antyodaya Yojana Loan: सरकार की इस योजना में अब बिना गारंटी मिलेगा 20 लाख रुपए तक का लोन

Deendayal Antyodaya Yojana Loan:  यदि आप भी अपना – अपना शहरी क्षेत्र मे या फिर ग्रामीण क्षेत्र मे, स्व – रोजगार  शुरु करना चाहते है तो हम, आप सभी युवाओं व नागरिको को विस्तार से Deendayal Antyodaya Yojana Loan  योजना के बारे मे बताना चाहते है।

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eendayal antyodaya yojana online application  करने के लिए आप सभी के पास  आधार कार्ड, पैन कार्ड, राशन कार्ड, बैंक खाता पासबुक, वोटर कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र और पासपोर्ट  साइज फोट होनी चाहिए व आपकी आय़ु 18 साल से अधिक होनी चाहिए।

अन्त, आर्टिकल के अन्त मे, हम आपको क्विक लिंक्स प्रदान करेगे ताकि आप इन लिंक्स की मदद से योजना मे, आवेदन करके इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकें।

Deendayal Antyodaya Yojana Loan

Deendayal Antyodaya Yojana Loan – Overview

Name of the Scheme Deendayal Antyodaya Yojana 2022
Type of Article Sarkari Yojana
Who Can Apply? Every Interested Applicants Can Apply
Subject of Article deendayal antyodaya yojana online application
Amount of Loan? 10, 000 to 50,000
Mode of Application? Online
Official Website Click Here



Deendayal Antyodaya Yojana Loan

अपने, इस आर्टिकल मे हम, आप सभी ग्रामीण क्षेत्र व  शहरी क्षेत्र के युवाओं का सतत व सर्वांगिन विकास को सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर संचालित Deendayal Antyodaya Yojana Loan  के बारे मे बताना चाहते है।

आपको बता दे कि, आप सभी आवेदको को इसग कल्याणकारी योजना मे, आवेदन मे, आवेदन हेतु  ऑनलाइन माध्यम  से आवेदन करना होगा और इसीलिए हम आपको विस्तार से पूरी  ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया  की जानकारी प्रदान  करेगे ताकि आप सभी इस योजना में, आवेदन कर सकें।

अन्त, आर्टिकल के अन्त मे, हम आपको क्विक लिंक्स प्रदान करेगे ताकि आप इन लिंक्स की मदद से योजना मे, आवेदन करके इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकें।

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Deendayal Antyodaya Yojana Loan – लक्ष्य क्या है?

दीनदयाल अंत्योदय योजना का उद्देश्य योजना का उद्देश्य कौशल विकास और अन्य उपायों के माध्यम से आजीविका के अवसरों में वृद्धि कर शहरी और ग्रामीण गरीबी को कम करना है।

मेक इन इंडिया, कार्यक्रम के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए सामाजिक तथा आर्थिक बेहतरी के लिए कौशल विकास आवश्यक है।

दीनदयाल अंत्योदय योजना को वास और शहरी गरीबी उपशमन मंत्रालय (एच.यू.पी.ए.) के तहत शुरू किया गया था। भारत सरकार ने इस योजना के लिए 500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।

यह योजना राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (एन.यू.एल.एम.) और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एन.आर.एल.एम.) का एकीकरण है।

राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (एन.यू.एल.एम.) को दीन दयाल अंत्योदय योजना – (डी.ए.वाई.-एन.यू.एल.एम.) और हिन्दी में राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन नाम दिया गया है।

इस योजना के तहत शहरी क्षेत्रों के लिए दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय योजना के अंतर्गत सभी 4041 शहरों और कस्बों को कवर कर पूरे शहरी आबादी को लगभग कवर किया जाएगा।

वर्तमान में, सभी शहरी गरीबी उन्मूलन कार्यक्रमों में केवल 790 कस्बों और शहरों को कवर किया गया है।



दीन दयाल अंत्योदय योजना तथा राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन का लक्ष्य क्या है?

इस योजना का लक्ष्य शहरी गरीब परिवारों कि गरीबी और जोखिम को कम करने के लिए उन्हें लाभकारी स्वरोजगार और कुशल मजदूरी रोजगार के अवसर का उपयोग करने में सक्षम करना, जिसके परिणामस्वरूप मजबूत जमीनी स्तर के निर्माण से उनकी आजीविका में स्थायी आधार पर सराहनीय सुधार हो सके।

इस योजना का लक्ष्य चरणबद्ध तरीके से शहरी बेघरों हेतु आवश्यक सेवाओं से लैस आश्रय प्रदान करना भी होगा।

योजना शहरी सड़क विक्रेताओं की आजीविका संबंधी समस्याओं को देखते हुए उनकी उभरते बाजार के अवसरों तक पहुँच को सुनिश्चित करने के लिए उपयुक्त जगह, संस्थागत ऋण, और सामाजिक सुरक्षा और कौशल के साथ इसे सुविधाजनक बनाने से भी संबंधित है।

Deendayal Antyodaya Yojana Loan – योना का मुख्य विशेषताएँ?

आइए अब हम, आप सभी को विस्तार से इस योजना के लाभो व विशेषताओं के बारे मे बताते है जो कि, इस प्रकार हैं –

  • कौशल प्रशिक्षण और स्थान के माध्यम से रोजगार – मिशन के तहत शहरी गरीबों को प्रशिक्षित कर कुशल बनाने के लिए 15जार रुपये का प्रावधान किया गया है, जो पूर्वोत्तर और जम्मू-कश्मीर के लिए प्रति व्यक्ति 18 हजार रुपये है। इसके अलावा, शहर आजीविका केंद्रों के जरिए शहरी नागरिकों द्वारा शहरी गरीबों को बाजारोन्मुख कौशल में प्रशिक्षित करने की बड़ी मांग को पूरा किया जाएगा।
  • सामजिक एकजुटता और संस्था विकास – इसे सदस्यों के प्रशिक्षण के लिए स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) के गठन के माध्यम से किया जाएगा, जिसमें प्रत्येक समूह को 10,000 रुपये का प्रारंभिक समर्थन दिया जाता है। पंजीकृत क्षेत्रों के स्तर महासंघों को 50, 000 रुपये की सहायता प्रदान की जाती है।
  • शहरी गरीबों को सब्सिडी – सूक्ष्म उद्यमों (माइक्रो– इंटरप्राइजेज) और समूह उद्यमों (ग्रुप इंटरप्राइजेज) की स्थापना के जरिए स्व-रोजगार को बढ़ावा दिया जाएगा। इसमें व्यक्तिगत परियोजनाओं के लिए 2 लाख रुपयों की ब्याज सब्सिडी औऱ समूह उद्यमों पर 10 लाख रुपयों की ब्याज सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
  • शहरी निराश्रय के लिए आश्र – शहरी बेघरों के लिए आश्रयों के निर्माण की लागत योजना के तहत पूरी तरह से वित्त पोषित है।
  • अन्य साध – बुनियादी ढांचे की स्थापना के माध्यम से विक्रेताओं के लिए विक्रेता बाजार का विकास और कौशल को बढ़ावा और कूड़ा उठाने वालों और विकलांगजनों आदि के लिए विशेष परियोजनाएं आदि।

अन्त, इस प्रकार हमने आपको इस योजना के तहत प्राप्त होने वाले लाभों के बारे मे विस्तार से बताया ताकि आप सभी इस योजना का लाभ प्राप्त करके अपना- अपना विकास कर सकें।



Deendayal Antyodaya Yojana Loan -मार्गदर्शक सिद्धान्त क्या है?

यहां पर हम आपको कुछ बिंदुओं की मदद से इस योजना के मार्ग दर्शक सिद्धान्तो के बारे में बतायेगे जो कि, इस प्रकार से हैं –

  • राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (एनयूएलएम) का मूल विश्वास यह है कि गरीब लोग उद्यमी होते हैं और उनकी अभिलाषा गरीबी से बाहर निकलने की होती है, इसमें चुनौती उनकी क्षमताओं का उपयोग करके उनके लिए सा‍र्थक और सुस्थिर जीविका के साधन पैदा करने की है।
  • राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (एनयूएलएम) का यह विश्‍वास है कि किसी भी आजीविका कार्यक्रम को केवल समयबद्ध तरीके से ही आगे बढाया जा सकता है बशर्ते कि इसे गरीबों और उनके संस्‍थानों द्वारा संचालित किया जाए।
  • ऐसे सुदृढ संस्‍थागत ढांचे गरीबों के लिए उनके निजी मानव, सामाजिक, वित्‍तीय और अन्‍य संपतियों को निर्मित करने में सहायक होते हैं। इस प्रकार ये उन्‍हें सरकारी और निजी क्षेत्रों से अधिकारों, हकदारियों, अवसरों और सेवाओं को प्राप्‍त करने में समर्थ बनाते हैं और साथ ही उनकी एकता सुगठित करते हैं, अभिव्‍यक्ति और ले-देन की शक्ति को भी बढाते हैं।
  • संविधान (74वां संशोधन) अधिनियम, 1992 के अनुसार शहरी गरीबी उपशमन, शहरी स्‍थानीय निकायों (यूएलबी) का विधिक कार्य है।
  • इसलिए शहरी स्‍थानीय निकायों (यूएलबी) को शहरों/कस्‍बों में रह रहे शहरी गरीबों से संबंधित उनके कौशल और जीविका सहित उनसे संबंधित समस्‍त मुद्दों और कार्यक्रमों के लिए एक प्रमुख भूमिका निभाने की आवश्‍यकता है।
  • एनयूएलएम का उद्देश्‍य कौशल विकास और ॠण की सुविधाओं के लिए शहरी गरीबों को व्‍यापक रूप से शामिल करना है।
  • यह बाजार-आधारित कार्यों और स्‍वरोगार के लिए शहरी गरीबों को कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने तथा सुगमता से ॠण प्राप्‍त करने की दिशा में प्रयास करेगा।
  • सड़क विक्रेता शहरी जनसंख्‍या का महत्‍वपूर्ण अंग हैं जो कि पिरामिड के धरातल पर हैं। सड़क विक्रय स्‍व-रोजगार का एक स्रोत प्रदान करता है और इस प्रकार यह बिना प्रमुख सरकारी हस्‍तक्षेप के शहरी गरीबी उपशमन के एक उपाय के रूप में कार्य करता है।
  • शहरी आपूर्ति श्रृंखला में उनका प्रमुख स्‍थान होता है और ये शहरी क्षेत्रों के भीतर आर्थिक विकास की प्रक्रिया के अभिन्‍न अंग होते हैं।
  • एनएलयूएम का उद्देश्‍य उन्‍हें अपने कार्य के लिए उपयुक्‍त स्‍थल प्रदान करना, संस्‍थागत ॠण सुलभ कराना, सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना और बाजार के उभरते अवसरों का लाभ उठाने के लिए उनका कौशल बढाना होगा।
  • तदनुसार एनयूएलएम का उद्देश्‍य चरण बद्ध तरीके से शहरी बेघर लोगों को अनिवार्य सुविधाओं से युक्‍त आश्रय प्रदान करना होगा।
  • एनयूएलएम मंत्रालयों/विभागों से संबद्ध योजनाओं/कार्यक्रमों और कौशल, आजीविकाओं, उद्यमिता विकास, स्‍वास्‍थ्‍य , शिक्षा, सामाजिक सहायता आदि के कार्य निष्‍पादित करने वाले राज्‍य सरकारों के कार्यक्रमों के साथ समाभिरूपता पर अत्‍यधिक बल देगा।
  • ग्रामीण और शहरी गरीब लोगों की आजीविका के बीच एक सेतु के रूप में ग्रामीण-शहरी प्रवासियों के कौशल प्रशिक्षण को बढावा देने के लिए सभी संबंधित विभागों से एक संयुक्‍त कार्यनीति बनाए जाने का समर्थन करने का अनुरोध किया जाएगा।
  • एनयूएलएम का उद्देश्‍य शहरी बेघर लोगों को कौल प्रशिक्षण, रोजगार और आश्रय के प्रचालन में सहायता प्रदान करने में निजी क्षेत्र की भागीदारी प्राप्‍त करना है।
  • यह शहरी बेघर लोगों को कौशल प्रशिक्षण, रोजगार और आश्रय प्रदान करने तथा साथ ही ऐसे शहरी गरीब उद्यमियों को जो कि स्‍व-रोजगार प्राप्‍त करना तथा अपने निजी लघु व्‍यावसायिक अथवा विनिर्माण यूनिट स्‍थापित करना चाहते है, प्रौद्योगिकीय, विपणन और एकजुट सहयोग देने में सहायता प्रदान करने में निजी और सिविल समाज के क्षेत्रों की सक्रिय भागीदारी के लिए प्रयास करेगा आदि।

अन्त, इस प्रकार हमने आपको विस्तार से इस योजना के मार्ग दर्शक सिद्धान्तो के बारे मे बताया ताकि आप इसका पूरा – पूरा लाभ प्राप्त कर सकें।



How to Apply Online in Deendayal Antyodaya Yojana Loan?

आप सभी ग्रामीण व शहरी क्षेत्रो को युवा इस कल्याणकारी योजना मे, आवेदन करना चाहते है तो आपको इन स्टेप्स की मदद से आवेदन करना होगा जो कि, इस प्रकार से हैं –

  • Deendayal Antyodaya Yojana Loan  मे, आवेदन करने के लिए आप सभी आवेदको को सीधे इसके Direct Application Form पर आना होगा जो कि, इस प्रकार का होगा –

Deendayal Antyodaya Yojana Loan

  • अब यहां पर आपको इस फॉर्म को ध्यान से भरना होगा,
  • मांगे जाने वाले सभी दस्तावेजो को स्कैन करके अपलोड करना होगा और
  • अन्त में, आपको  सबमिट  के विकल्प पर क्लिक करना होगा और इसकी रसीद प्राप्त कर लेनी होगी आदि।

अन्त, इस प्रकार आप सभी आसानी से आवेदन कर सकते है और इस योजना का पूरा – पूरा लाभ प्राप्त कर सकते है।

सारांश

ग्रामीण व शहरी क्षेत्रो के नागरिको के बेहतर जीवन के लिए हमने आप सभी को इस आर्टिकल मे, विस्तार से ना केवल Deendayal Antyodaya Yojana Loan  के बारे में बताया बल्कि हमने आपको विस्तार से पूरी  ऑनलाइन आवेन प्रक्रिया  के बारे में बताया ताकि आप सभी इस योजना मे, आवेदन करके इसका पूरा – पूरा लाभ प्राप्त कर सके और अपना  सतत विकास कर सकें।

अन्त, आर्टिकल पसंद आने पर इसे लाइक, शेयर व कमेंट ताकि हम इसी प्रकार के आर्टिकल आपके लिए लाते रहें।

महत्वपू्र्ण लिंक्स



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FAQ’s – Deendayal Antyodaya Yojana Loan

WHO launched Deendayal Antyodaya Yojana?

the Ministry of Rural Development Deen Dayal Antyodaya Yojana - National Livelihoods Mission (NRLM) was launched by the Ministry of Rural Development (MoRD), Government of India in June 2011 as a restructured version of Swarna Jayanti Gram Swarozgar Yojna (SGSY).

How do I register for Deendayal Antyodaya Yojana?

How do I register for Deendayal Antyodaya Yojana? Step 1- Visit the Official Website of Deendayal Antyodaya Yojana i.e. aajeevika.gov.in. Step 2- On the Homepage, Click on the Option “login” link. Step 3- On this page you will see the login form, you will see the option of Register under this login form.

What is the objective of Deen Dayal Antyodaya Yojana?

Deen Dayal Antyodaya Yojana (DAY) with an aim to uplift the urban poor folks by enhancing sustainable livelihood opportunities through skill development. Keeping in view the objective of Make in India, Skill Development is essential for socio economic betterment.

What is Deen Dayal self-employment scheme?

SVEP focuses on providing self-employment opportunities with financial assistance and training in business management and soft skills while creating local community cadres for promotion of enterprises. It addresses three major pillars of rural start-ups namely – finances, incubation and skill ecosystems.

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