Business Idea : खेती के लिए नहीं रहना पड़ेगा मिट्टी-पानी पर निर्भर, वर्टिकल फार्मिंग से छप्पर फाड़ कमाई

Business Idea: आज के समय में दुनिया काफी तेजी से बदल रही है और काफी शौकीन लोगों का रुझान खेती की तरफ बढ़ रहा है

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आज के समय में हर कोई पेड़-पौधे उगाना पसंद करता है और इसी के साथ घरों में सब्जियां उगाने से संबंधित शौक भी अब लोगों में देखे जा रहे हैं

हालांकि, छोटे तौर पर खेती करना काफी मुश्किल होता है लेकिन यह नामुमकिन भी नहीं है

  • आज के समय में हाइड्रोपोनिक खेती (Hydroponic Farming) एक ऐसा नया तरीका निकल कर आया है जिस के माध्यम से आसानी से लोग कम जमीन में भी ज्यादा फसल उगा सकते है
  • Hydroponic Farming में आपको मिट्टी, पानी या मौसम पर निर्भर नहीं रहना पड़ता है इसक अलावा Vertical Farming की वजह से आपको ज्यादा जमीन की जरूरत भी नहीं होती है 

अगर आप भी हाइड्रोपोनिक फार्मिंग के जरिए कमाई करना चाहते हैं और अपने लिए एक अच्छा बिजनेस आइडिया क्रिएट करना चाहते हैं तब यहां हमने आपको Hydroponic Farming के बारे में विस्तार से बताया है

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हाइड्रोपोनिक फार्मिंग किसे कहते हैं? What is Hydroponic Farming in Hindi

Hydroponic Farming खेती करने का एक नया और आधुनिक तरीका है। यह Farming Business को और भी ज्यादा सरल बना देता है। हालांकि, इसका सेटअप करना थोड़ा महंगा जरूर हो सकता है।



हाइड्रोपोनिक फार्मिंग में आपको मिट्टी की आवश्यकता नहीं होती है। हाइड्रोपोनिक फार्मिंग में आपको केवल पानी की या फिर पानी के साथ बालू रेती या फिर कंकड़ की आवश्यकता हो सकती है।

Hydroponic Kheti की सबसे खास बात यह भी है कि इसमें आपको जलवायु नियंत्रण करने की आवश्यकता नहीं होती है। यानी कि मौसम का इस पर कोई खास असर नहीं होता है।

अगर आप चाहे तो केवल 12 डिग्री सेल्सियस से लेकर 30 डिग्री सेल्सियस के तापमान में भी आसानी से हाइड्रोपोनिक फार्मिंग कर सकते है। 

अगर आपके पास जमीन कम है तब आप हाइड्रोपोनिक फार्मिंग करने के लिए वर्टिकल फार्मिंग का तरीका आजमा सकते है। 

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वर्टिकल फार्मिंग क्या है? What is Hydroponic Vertical Farming

आप हाइड्रोपोनिक फार्मिंग के बारे में तो समझ ही चुके हैं अब यहां पर वर्टिकल फार्मिंग क्या है? वर्टिकल फार्मिंग कैसे काम करता है? इसके बारे में हमें समझना होगा।

  • वर्टिकल फार्मिंग एक आधुनिक तकनीक है जिसका इस्तेमाल खास तौर पर इजरायल में काफी ज्यादा देखने को मिल रहा है।
  • वर्टिकल फार्मिंग में आपको दो-तीन फुट लंबे चौड़े कंटेनर जैसे;- ऊपर से नीचे की ओर सीढ़ियां होती है ठीक उसी तरह से फार्मिंग करनी होती है।
  • इन कंटेनर के माध्यम से पाइप को सेट कर दिया जाता है और पाइप को ऊपर की ओर से खुला छोड़ दिया जाता है। पाइप के अंदर छोटे-छोटे छेद होते हैं और इन्हीं छेद के अंदर पौधों की जड़ों को डाला जाता है। 

आसान भाषा में आप इसे ऐसे भी समझ सकते हैं कि वर्टिकल फार्मिंग, हाइड्रोपोनिक फार्मिंग को अंजाम देने का एक तरीका है यानी कि हाइड्रोपोनिक फार्मिंग को वर्टिकल तरीके से करना ही “वर्टिकल फार्मिंग” कहलाता है 

जब-आप हाइड्रोपोनिक फार्मिंग को वर्टिकल तरीके से करते हैं तब आपको काफी कम जमीन की जरूरत होती है यानी कि आप 10 एकड़ जमीन में भी 100 एकड़ जमीन जितनी खेती कर सकते है।

इसी वजह से आज इंटरनेट पर Hydroponic Farming at Home, Vertical Farming at Home, Hydroponic Agriculture या Hydroponic Cultivation के बारे में काफी ज्यादा सर्च किया जाता है

इंटरनेट पर भले ही अलग-अलग तरीके से सवाल किए जा रहे हैं लेकिन खासतौर पर सभी हाइड्रोपोनिक फार्मिंग के बारे में ही बात कर रहे है।



हाइड्रोपोनिक फार्मिंग से पौधों को पोषक तत्व कैसे प्राप्त होते है? 

  • अब यह सवाल काफी लोगों के मन में होता है कि जब हम हाइड्रोपोनिक फार्मिंग कर रहे हैं या फिर वर्टिकल फार्मिंग कर रहे हैं तब हमारे द्वारा उगाए गए पौधों को पोषक तत्व कहां से मिलते हैं? 
  • यह सवाल पूरी तरह से जायज है क्योंकि इसमें मिट्टी का इस्तेमाल नहीं किया जाता है तो पौधों को पोषक तत्व कहां से मिलते हैं? 
  • हाइड्रोपोनिक फार्मिंग में आमतौर पर मिट्टी की जगह पानी का इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि आमतौर पर की जाने वाली खेती के मुकाबले यहां पर 90% पानी की बचत हो जाती है।
  • पौधों को पोषक तत्व देने के लिए आमतौर पर फास्फोरस, नाइट्रोजन, मैग्निशियम, कैलशियम, आयरन, सल्फर, जिंक जैसे कई आवश्यक तत्व को मिलाकर घोल तैयार कर लिया जाता है और इसे समय-समय पर पौधों को दिया जाता है।
  • इस तरह से पौधों में आवश्यक पोषक तत्व की कमी पूरी हो जाती है और इससे आसानी से पौधों को विकसित किया जा सकता है।

हाइड्रोपोनिक खेती करने का तरीका क्या है? – Business Idea

हाइड्रोपोनिक खेती या फिर वर्टिकल खेती में आमतौर पर छोटे पौधे वाली फसलों की खेती की जाती है जिसमें मुख्य रुप से टमाटर, आलू, अजवाइन, हल्दी, तुलसी, गाजर शिमला मिर्च जैसी अन्य फसलें शामिल हो सकती है 

  • जैसा कि हमने आपको बताया है कि वर्टिकल खेती करने के लिए आपको कंटेनर और पाइप की जरूरत होती है और छोटे-छोटे छेद के अंदर फसलों की जड़ों को डाला जाता है।
  • अगर आप वर्टिकल खेती करना चाहते हैं तब आपको Hydroponic Farming Setup की जरूरत होती है। 
  • हाइड्रोपोनिक सेटअप के साथ ही कई आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जाता जिसमें मुख्य रुप से आपको सेंसर भी देखने को मिलता है। 
  • यह सेंसर मुख्य रूप से तापमान का निरीक्षण करते हैं और तापमान कम होने पर पौधों को पोषक तत्व प्रदान करते हैं और पानी का छिड़काव करते है।
  • कुछ इसी तरह से प्रॉपर सेटअप बनाकर वर्टिकल फार्मिंग या हाइड्रोपोनिक फार्मिंग को अंजाम दिया जाता है। 

जब हम यूट्यूब पर Hydroponic Farming Tomato सर्च करते हैं तब हमें इस से रिलेटेड कई वीडियो देखने को मिल जाती है। 



हाइड्रोपोनिक खेती में लगने वाली लागत –  Hydroponic Farming Cost

अगर आप हाइड्रोपोनिक फार्मिंग का व्यापार शुरू करना चाहते हैं तब आपको शुरुआत में हाइड्रोपोनिक सेटअप करने के लिए काफी ज्यादा लागत लगानी पड़ सकती है। 

  • अगर आप बड़े पैमाने पर इस व्यापार को करते हैं तब आपको प्रति एकड़ क्षेत्र पर सेटअप करने में तकरीबन 18 लाख से ₹50 लाख तक का भी खर्चा आ सकता है।
  • हालांकि अगर आप इसे छोटे पैमाने पर करना चाहते हैं तब आप 100 वर्ग फुट की जगह पर कर सकते हैं जहां आप को ₹50000 से लेकर ₹60000 तक के खर्च में सेटअप को पूरा कर सकते है।
  • अगर आप चाहें तो घर पर भी हाइड्रोपोनिक खेती (Hydroponic Farming at Home) कर सकते है। 100 वर्ग फुट के क्षेत्र में आप करीब 150 से लेकर 200 पौधे आसानी से उगा सकते है।

सारांश

इस लेख के माध्यम से हमने आपको Hydroponic Vertical Farming in Hindi के बारे में बताया है। अगर आपके मन में हाइड्रोपोनिक फार्मिंग या फिर वर्टिकल फार्मिंग से संबंधित कोई भी सवाल है तब आप इस लेख के माध्यम से आसानी से अपने सवालों के जवाब प्राप्त कर सकते है। 

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