बच्‍चों को घर कैसे पढ़ाएं (How To Teach Children At Home) – जाने बच्‍चों को घर पर पढ़ाने का बेस्‍ट तरीका पूरी रिपोर्ट?

जाने इस पोस्ट में क्या क्या है

Baccho Ko Ghar Kaise Padhaye: आज के समय में पढ़ाई का बेहद ही ज्‍यादा महत्‍व है। इसलिए हर कोई चाहता है उसके बच्‍चे आगे चलकर खूब पढ़ाई करें और आगे चलकर एक बड़े अफसर बन जाएं। लेकिन काफी सारे माता पिता चाहते हैं कि वो अपने बच्‍चों को घर पर ही पढ़ाएं।

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लेकिन इसके लिए पता होना चाहिए कि बच्‍चों को पढ़ाने का बेस्‍ट तरीका क्‍या है। साथ ही बच्‍चों को घर कैसे पढ़ाएं। अगर आप ये सब नहीं जानते हैं तो हमारे इस लेख को अंत तक पढि़ए। अपने इस लेख में हम आपको इसकी सारी जानकारी देंगे।

बच्‍चों को घर कैसे पढ़ाएं?

Baccho Ko Ghar Kaise Padhaye: Overview

Article Name How to teach children at home
Article Category Education 
Use Full For  Everyone 
Year 2024
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घर पर पढ़ाने का मतलब?

बच्‍चों को घर कैसे पढ़ाएं इसके बारे में हम आपको जानकारी दें उससे पहले आइए हम आपको जानकारी देते हैं कि बच्‍चों को घर पर पढ़ाने का क्‍या मतलब होता है। तो हम आपको बता दें कि बच्‍चों को घर पर पढ़ाने का मतलब ये हेाता है कि आप बच्‍चों को कहीं भी ट्यूशन ना भेजें।

उन्‍हें स्‍कूल से आने के बाद अपने घर पर ही बैठकर पढ़ाएं। ताकि उनकी मदद हो सके। क्‍योंकि अगर आप बच्‍चों को ट्यूशन भेज देंगे तो वहां से आने के बाद आपको पढ़ाने का कोई फायदा नहीं होगा। ना ही बच्‍चों को ये चीज पसंद आएगी।

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घर पढ़ाना क्‍यों जरूरी है?

काफी सारे माता पिता बच्‍चों को घर कैसे पढ़ाएं जानने के बाद भी सोचते हैं कि भला बच्‍चों को घर पढ़ाने का क्‍या फायदा होगा। उन्‍हें ट्यूशन भेज दिया जाए। जिससे उनकी मदद हो जाएगी। साथ्‍ज्ञ ही उनका काम भी कम हो जाएगा।

लेकिन ज्‍यादातर केसों में ये तरीका सही नहीं है। क्‍योंकि इस तरीके से कई बार आपका बच्‍चा रास्‍ते से भटक भी जाता है। लेकिन अगर आप अपने बच्‍चे को खुद से पढ़ाते हैं तो आपका बच्‍चा कभी रास्‍ते से नहीं भटकेगा। इसलिए हमेशा कोशिश करें कि Baccho Ko Padhane Ka best Tarika समझने के बाद उन्‍हें अपने घर पर ही पढाएं।

बच्‍चों को कौन घर पर नहीं पढ़ा सकता है?

Baccho Ko Padhane Ka best Tarika जानने के बाद भी काफी सारे माता पिता ऐसे होते हैं जो अपने बच्‍चों को घर पर नहीं पढ़ा सकते हैं। इसलिए आपको पता होना चाहिए ऐसे कौन से माता पिता होते हैं जो कि अपने बच्‍चों को घर पर नहीं पढ़ा सकते हैं।

तो हम आपको बता दें कि इनमें वो माता पिता शामिल होते हैं जो कि पूरी तरह से नौकरी करते हैं। क्‍योंकि नौकरी से आने के बाद उनके पास समय ही नहीं बचता है कि वो अपने बच्‍चों पर ध्‍यान दें। इसके अलावा जो माता पिता अनपढ़ होते हैं वो भी अपने बच्‍चों को घर पर नहीं पढ़ा सकते हैं।

बच्‍चों को घर पढ़ाने के फायदे?

Baccho Ko Padhane Ka best Tarika अगर आप जान लेते हैं तो अपने आप में कई फायदे हैं। इसलिए आइए एक बार हम आपको बच्‍चों को घर पर पढ़ाने के वो सारे फायदे बताते हैं, जो आपके लिए बेहद जरूरी हैं।

  • अगर आप अपने बच्‍चे को घर के अंदर पढ़ाते हैं तो इससे आपका पैसा बचता है। जो कि बेहद फायदे ही बात है।
  • बच्‍चों को घर पर पढ़ाने से आपको उनको कहीं लाना ले जाना नहीं पड़ता है। जिससे आपका समय बचता है।
  • अगर आप बच्‍चों को घर पर पढ़ाते हैं तो बच्‍चे पूरी तरह से आपकी निगरानी में रहते हैं। इससे उन्‍हें कोई खतरा नहीं होता है।
  • बच्‍चों को घर पढ़ाने से आपके बच्‍चों के बारे में आपको पता होता है कि आपका बच्‍चा इस समय पढ़ाई में कितना होशियार है।
  • बच्‍चों को घर पढ़ाने से आपका बच्‍चा आपके बनाए टाइम टेबल के हिसाब से चलता है। जो कि बेहद ही जरूरी है।
  • बच्‍चों को घर पर पढ़ाने से आप भी पढ़ाई के टच में रहते हैं। जिससे आपका भी ज्ञान बढ़ता रहता है।

बच्‍चों को घर कैसे पढ़ाएं?

आइए अब हम आपको जानकारी देते हैं कि बच्‍चों को घर कैसे पढ़ाएं। इसमें हम आपको जानकारी देंगे कि वो कौन से तरीके हो सकते हैं जिनकी मदद से आप अपने बच्‍चों को आसानी से घर बैठकर पढ़ा सकते हैं और अपने पैसे बचा सकते हैं।

बच्‍चों के दोस्‍त बनें

बच्‍चों को घर कैसे पढ़ाएं में आपको सबसे पहला काम ये करना है कि आपको उन्‍हें अपने दोस्‍त की रखना हैं। भले ही आप उनके माता पिता हैं। लेकिन अगर आप उनके साथ दोस्‍त बनकर रहेंगे तो एक तो वो आपसे अपने दिल की हर बात साझा करेंगे साथ ही दूसरी बात ये है कि वो हमेशा आपको अपना मानेंगे।

इसलिए पढ़ाने की शुरूआत करने से पहले आप ये बात सीख लें कि आपको बच्‍चों को दोस्‍त बनकर ही रहना है। कभी भी उनको ये अहसास नहीं होने देना है कि आप उनके माता पिता हैं। और अगर उन्‍होंने कुछ ऐसी वैसी बात कह दी तो आप उन्‍हें डांट देंगे।

बच्‍चों को घर कैसे पढ़ाएं

बच्‍चों के साथ समय बिताएं

बच्‍चों को घर कैसे पढ़ाएं में अगला तरीका ये है कि आप अपने बच्‍चों के साथ समय बिताएं। हम यहां पर जिस समय की बात कर रहे हैं वो पढ़ाई से अलग है। क्‍योंकि अगर आप अपने बच्‍चों के साथ समय बिताएंगे तो उससे आपको फायदा ये होगा कि वो आप उनको अच्‍छे से समझ सकेंगे।

इसलिए जब भी आपको समय मिले तो आप कोशिश करें कि आप उनके साथ ही उस‍ दिन रहें। उनके साथ कहीं पर घूमने जाएं या खेलने जाएं। इससे आपको फायदा ये होगा कि जब आप उनके साथ समय बिताएंगे तो आप देखेंगे कि आपको उनसे बात करने में काफी अच्‍छा महसूस होगा।




कभी कभी पढ़ाने से शुरूआत करें

Baccho Ko Kaise Padhaye में आपको पहले दिन से ही नहीं शुरूआत करनी चाहिए। इसका सबसे सही तरीका ये है कि आपको इसकी शुरूआत कभी कभी से करनी चाहिए। क्‍योंकि अभी तक आप बच्‍चों को पढ़ाते नहीं थे। ऐसे में अगर आप बच्‍चों को पढ़ाने की कभी कभी से शुरूआत करेंगे तो आपको भी अजीब सा नहीं लगेगा।

साथ ही एकदम से पढ़ाई का एक्‍सट्रा बोझ बच्‍चों के ऊपर भी नहीं पड़ेगा। जिससे आपको और बच्‍चों को किसी भी तरह की समस्‍या नहीं आएगी। इस तरह से आप धीरे धीरे करते करते अपने समय को बढ़ाते जाइए। जिससे एक पढ़ाई का माहौल कब बदल जाएगा आपको पता भी नहीं चलेगा।

बच्‍चों को घर कैसे पढ़ाएं

Daily का काम चेक करें

बच्‍चों को पढ़ाने का बेस्‍ट तरीका ये भी है कि आप बच्‍चों का डेली का काम चेक करें। क्‍योंकि जब आप डेली का काम चेक करेंगे तो आपको उससे पता चलता रहेगा कि आपके बच्‍चे फिलहाल कितना तेज हैं। साथ ही वो डेली का काम कर भी रहे हैं या नहीं।

इसके लिए आपको चाहिए कि आप रोजाना शाम को उनकी डायरनी चेक कीजिए। इससे आपको पता चल जाएगा कि उनको स्‍कूल से क्‍या काम दिया गया था। और उन्‍होंने वो काम पूरा किया है या नहीं। इसलिए सबसे पहले इस बात पर ध्‍यान दें कि आप उनका डेली का काम डेली चेक करें।

पढ़ाई का टाइम टेबल बनाएं

जब आपको लगे कि बच्‍चों को पढ़ाने का बेस्‍ट तरीका क्‍या है आप समझ चुके हैं। तो आपको चाहिए कि आप बच्‍चों को पढ़ाने का एक टाइम टेबल बना लें। जो कि आपके हिसाब से भी सही हो और उनके हिसाब से भी सही हो। क्‍योंकि बिना टाइम टेबल आप कोई भी काम लंबे समय तक नहीं कर सकते हैं।

इसलिए टाइम टेबल बनाते समय आप इस बात का ध्‍यान रखें कि आप ऐसा टाइम टेबल ना बनाएं जिसके अंदर ये समस्‍या आ रही हो कि कभी बच्‍चे सोने लग जाएं। या बच्‍चे किसी और तरह से परेशान हो जाएं। क्‍योंकि टाइम टेबल के अंदर हमेशा हर चीज का ध्‍यान रखना होता है।

बच्‍चों को घर कैसे पढ़ाएं

घर में पढ़ाई का माहौल बनाएं

इसके अलावा बच्‍चों को पढ़ाने का बेस्‍ट तरीका ये है कि आपको चाहिए कि आप अपने घर के अंदर पढ़ाई का पूरी तरह से माहौल बनाएं। क्‍योंकि अगर आपके घर में हमेशा लोग आते जाते रहेंगे तो आपके बच्‍चे का पढ़ाई में मन ही नहीं लगेगा।

इसलिए हमेशा इस बात का ध्‍यान रखें कि जब भी बच्‍चों को पढ़ाने की बारी आए तो इस बात में कतई संकोच ना करें कि अगर आपके घर में कोई इंसान पढ़ाई का माहौल खराब कर रहा है तो उसे डांट मार दें। जिससे आपके घर में लगातार पढ़ाई का माहौल बना रहेगा।

बच्‍चों को पढ़ाने का तरीका समझें

इसके अलावा बच्‍चों को पढ़ाने का बेस्‍ट तरीका ये भी हो सकता है कि आपको चाहिए कि आप बच्‍चों को सही से पढ़ाने का तरीका पूरी तरह से समझें। क्‍योंकि अगर आपको सही तरीका ही नहीं पता होगा तो आप काम कैसे करेंगे। इसलिए हमेशा सही तरीके के साथ जाएं।

इसके लिए आप इंटरनेट पर वीडियो देख सकते हैं। जहां से आपको अंदाजा हो जाएगा कि आप घर पर बैठकर बच्‍चों को कैसे पढ़ा सकते हैं। अगर आप वो तरीके अपनाते हैं तो आसानी से बच्‍चों को पढ़ा सकते हैं। जिससे आप भी बच्‍चों को अच्‍छे से पढ़ा सकेंगे और बच्‍चों का भी पढ़ाई में अच्‍छा मन लगा रहेगा।

बच्‍चों को घर कैसे पढ़ाएं

इंटरनेट से दूरी बनाएं

बच्‍चों को घर कैसे पढ़ाएं में आज के समय में इंटरनेट सबसे ज्‍यादा बाधा बनता है। इसलिए आपको चाहिए कि आप सबसे पहले इंटरनेट से दूरी बना लें। क्‍योंकि अगर आप बच्‍चों को पढ़ाते समय इंटरनेट पर ही लगे रहेंगे तो आपका काम बिल्‍कुल भी नहीं होगा।

इसलिए बच्‍चों को घर कैसे पढ़ाएं में हमारा सुझाव रहेगा कि जब भी आप बच्‍चों को पढ़ाने बैठें तो अपना पूरा ध्‍यान उनके ऊपर ही रखें। क्‍योंकि अगर आप बीी बीच में इंटरनेट पर लगे रहेंगे तो इससे आपके बच्‍चों का भी मन पढ़ाई में नहीं लगेगा। साथ ही ये अच्‍छा तरीका भी नहीं है।

बच्‍चों को पढ़ाई का महत्‍व बताएं

काफी सारे माता पिता बच्‍चों को हर समय पढ़ने की बात तो करते रहते हैं। लेकिन उनके साथ समस्‍या ये रहती है कि वो कभी भी बच्‍चों को ये बात नहीं समझा पाते हैं कि पढ़ाई का महत्‍व क्‍या है। ऐसे में उनके बच्‍चे हमेशा सोचते हैं कि मां बाप तो बेवजह ही परेशान होते रहते हैं।

इसलिए बच्‍चों को घर कैसे पढ़ाएं में आपको समय समय पर बच्‍चों को पढ़ाई का महत्‍व बताते चलना है। क्‍योंकि अगर आप उन्‍हे पढ़ाई का महत्‍व नहीं समझा सके तो वो चाहते हुए भी नहीं पढ़ पाएंगे। लेकिन महत्‍व समझने के बाद वो आसानी से पढ़ लेंगे।

बच्‍चों के साथ बच्‍चे बनें

बच्‍चों को घर कैसे पढ़ाएं में एक तरीका ये भी हो सकता है कि आप भी अपने बच्‍चों के साथ बच्‍चे बनें। क्‍योंकि अगर आप हमेशा उन्‍हें ये दिखाते रहेंगे कि आप तो वाकई उनसे बहुत बड़े हैं तो वो कभी नहीं पढ़ पाएंगे। इसलिए हमेशा जब भी पढ़ाने की बारी आए तो उनके साथ आप भी बच्‍चे बन जाएं।

हालांकि, बच्‍चे बनने के दौरान भी आप इस बात का ध्‍यान रखें कि आपको ऐसी कोई हरकत नहीं करनी है जिससे उनको किसी तरह की समस्‍या हो। बस कोशिश कीजिए उनको ऐसा महसूस ना हो कि आप उनसे बहुत बड़े हैं।

बच्‍चों को घर कैसे पढ़ाएं

बच्‍चों को डांट मारने से बचें

कई माता पिता क्‍या करते हैं कि वो हमेशा बच्‍चों को हर बात पर डांट मारते रहते हैं। ऐसे में वो अपने मां बाप से दूर भागने लगते हैं। लेकिन आपको ऐसा नहीं करना है। जब आपको लगे कि हॉ इस समय डांट मारने की बहुत ज्‍यादा जरूरत है तभी आप बच्‍चों को डांट मारें।

क्‍यों‍कि अगर आप हर समय बच्‍चों को डांट मारेंगे तो इससे बच्‍चों को ऐसा लगना शुरू हो जाएगा कि पापा तो हमेशा डांट ही मारते रहते हैं। इसलिए उनसे बात करने से बचना है। साथ ही इसका असर ये भी होगा कि जब आप उन्‍हें पढ़ाई कराने बैठेंगे तो वो चुपचाप बिना मन के भी पढ़ाई कर लेंगे।

बच्‍चों को हार के बाद जीतना सिखाएं

बच्‍चों को घर कैसे पढ़ाएं में एक तरीका ये भी हो सकता है कि आप बच्‍चों को इस बात का ज्ञान कराएं कि अगर आप आज सफल नहीं हुए तो कल आप जरूर सफल हो सकते हो। बस आपका काम ये होगा कि आपको लगातार मेहनत करनी होगी।

इससे अगर आपके बच्‍चे कभी आगे चलकर असफल हो जाते हैं तो आपको बिल्‍कुल भी घबराने की जरूरत नहीं होगी। वो हमेशा अपनी गलती से सीखेंगे और फिर से दोबारा से खड़े हो जाएंगे। इसलिए बच्‍चों के अंदर इस बात की सीख जरूर डालें कि कभी भी जीवन में हार नहीं माननी है।

बच्‍चों की तारीफ करें

Baccho Ko Padhane Ka best Tarika ये भी हो सकता है कि जब भी आपके बच्‍चे कभी कोई अच्‍छा काम करें तो आप उनकी तारीफ जरूर करें। इससे उनका मनोबल तो बढ़ेगा ही, साथ ही आने वाले समय में वो अपनी तरफ से और ज्‍यादा कोशिश करेंगे कि उनके और ज्‍यादा तारीफ सुनने का अवसर मिले।

खुद भी अनुशासन में रहें

बच्‍चों को पढ़ाने के लिए जरूरी है कि आप खुद भी अनुशासन में रहें। क्‍योंकि अगर आप खुद ही नियम का पालन नहीं करेंगे तो भला अपने बच्‍चों को कैसे कह सकेंगे कि बच्‍चों आप नियम का पालन कीजिए। कई बार तो ऐसा भी हो जाएगा कि बच्‍चे खुद ही आपको जवाब दे देंगे।




इसलिए Baccho Ko Padhane Ka best Tarika अपनाने से पहले हमेशा खुद को नियम के अंदर बांध लें। अगर आप दारू शराब वगैरह पीते हैं तो उसे आज ही छोड़ दें। ताकि आपको बच्‍चों को भी लगे कि हॉ आपके पिताजी भी एकदम सीरीयस आदमी हैं।\

बच्‍चों की भावनाओं का सम्‍मान करें

ऐसा नहीं है कि बच्‍चों की भावनाएं नहीं होती हैं। इसलिए जब भी बच्‍चे आपके सामने किसी तरह की बात कहें तो उनकी भावना का सम्‍मान करें। उनके साथ बहस ना करें। जैसे कि अगर उनके किसी दोस्‍त का जन्‍मदिन है तो उन्‍हें जाने दें।

इसके अलावा अगर उनका कोई दोस्‍त घर पर आ जाता है तो उसे आने दें। साथ ही उसे सही तरीके से खेलने का समय भी दें। क्‍यों‍कि अगर आप बच्‍चों की भावनाओं का सम्‍मान नहीं करेंगे तो यह कहना काफी गलत होगा कि बच्‍चे आपकी भावनाओं का पूरा सम्‍मान करेंगे।

अभद्र भाषा का प्रयोग ना करें

कई माता पिता की आदत होती है कि वो बच्‍चों के सामने ही गलत तरीके की भाषा का प्रयोग करते हैं। ऐसे में आपको चाहिए कि आप उन्‍हें साफ तौर पर मना कर दें कि घर पर कोई भी गलत तरीके की भाषा का प्रयोग नहीं करेगा। क्‍योंकि इसका बच्‍चों पर बहुत ही बुरा असर पड़ता है।

इसलिए जब भी आपके घर में किसी तरह की लड़ाई हो जाए तो उसे तुरंत खत्‍म कर दें। साथ ही उस दौरान कोई भी ऐसाी बात ना बोलें जिससे आपके बच्‍चों को लगे कि उनके माता पिता तो घर में बेहद ही गंदी भाषा का प्रयोग करते हैं।

FAQ

बच्‍चों को घर पर कितने घंटे पढ़ाएं?

बच्‍चों को घर पर आप अधिकतम 2 घंटे तक पढ़ा सकते हो। इससे ज्‍यादा पढ़ाने पर बच्‍चे बोर होने लगते हैं।

बच्‍चों को घर पर किस समय पढ़ाएं?

बच्‍चों को घर पर आप शाम के टाइम पढ़ा सकते हो। क्‍योंकि इस टाइम आपके बच्‍चे दिमाग से पूरी तरह से फ्री होते हैं।

किस उम्र तक के बच्‍चों को घर पर पढ़ाएं?

आप स्‍कूल में 10 वीं तक के बच्‍चों को घर पर पढ़ा सकते हो। इसके बाद बच्‍चे खुद से पढ़ने में सक्षम हो जाते हैं।

बच्‍चों के दोस्‍त कैसे बनें?

बच्‍चों के दोस्‍त बनने के लिए आपको उनकी बातों को समझना होगा और उन्‍हें मानना होगा। ताकि उनके मन में आपके प्रति कोई डर ना रहे।

निष्‍कर्ष

आशा है कि अब आप समझ गए होंगे कि Baccho Ko Padhane Ka best Tarika क्‍या है। साथ ही बच्‍चों को घर कैसे पढ़ाएं। इसे जानने के बाद आप आसानी से बच्‍चों को घर पर पढ़ा सकते हैं। साथ ही आप इससे अपने पैसे तो बचा ही सकते हो। इसके अलावा अपने बच्‍चों पर नजर भी रख सकते हो।

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Rohitkumaryadavv

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