National Horticulture Mission 2023: –केंद्र की मोदी सरकार लगातार किसानों के आय को बढ़ाने के लिए प्रयास कर रही है इसके लिए केंद्र सरकार ने किसानों के लिए बहुत सी योजनाएं शुरू की हैं (जैसे- पीएम किसान सम्मान निधि योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना,प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना,फ्री सोलर पैनल योजना, कुसुम योजना,ऑपरेशन ग्रीन योजना, मत्स्य संपदा योजना इत्यादि है) जिसकी सहायता से किसान अपनी फसल के माध्यम से अधिक से अधिक आय अर्जित कर सकता है।राष्ट्रीय बागवानी मिशन को वर्ष 2005-06 में ही शुरू किया गया था इसका उद्देश्य किसानों की आय को बढ़ाना था,इसके साथ-साथ भारत में बागवानी क्षेत्र का व्यापक वृद्धि करने के लिए तथा बागवानी उत्पादन में वृद्धि करना है।
➡ केंद्रीय सरकार द्वारा राष्ट्रीय औषधि पादप मिशन के अंतर्गत औषधि पौधों की खेती, आधारभूत संरचना के विकास, प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्धन तथा बाजार व्यवस्था आदि से संबंधित योजना शुरू की गई है इसके अंतर्गत फसल के विविधीकरण द्वारा राज्यों के किसानो, ग्रामीण युवाओं तथा महिलाओं को आय़ के अधिक से अधिक स्रोत उपलब्ध कराना है इसके साथ-साथ इन पौधों के बारे में लोगों को अधिक से अधिक जानकारी देकर क्षेत्रीय स्तर पर रोजगार भी पैदा करना है।
इस राष्ट्रीय मिशन को सुचारू रूप से चलाने के लिए केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय बगवानी बोर्ड का निर्माण किया है जो संबंधित क्षेत्र की डाटा का एनालिसिस करके आगे का रोडमैप तैयार करती है जिससे इस मिशन को सफल बनाया जा सके।
सरकार किसानों को राष्ट्रीय बागवानी मिशन के अंतर्गत उच्च मूल्यवर्धन वाली फसलों को बढ़ावा दे रही है। बागवानी के अंतर्गत फल, सब्जियां, मसाले, पुष्प और नारियल आदि आते हैं।सरकार किसानों को अच्छी गुणवत्ता और अधिक उत्पादन करने वाले पौधों एवं फसलों को बढ़ावा दे रही है। बागवानी मिशन के द्वारा पौधों की आपूर्ति के लिए अलग से ड्राफ्टिंग बैंक बनाए गए हैं। यह ड्राफ्टिंग बैंक बहुत भारी संख्या में बागवानी के पौधे लगाएगा और किसानों को वितरित भी करेगा।
National Horticulture Mission 2023 Highlight
मिशन का नाम | राष्ट्रीय बागवानी मिशन |
शुरू किया गया है | केंद्र सरकार द्वारा |
शुरुआती वर्ष | 2005-2006 के बीच |
बोर्ड का नाम | राष्ट्रीय बगवानी बोर्ड |
NHM फुल फॉर्म | National Horticulture Mission |
हेल्पलाइन नंबर | 0124 2342992/2347441/234298990 |
अधिकारिक वेबसाइट | राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड (nhb.gov.in) |
राष्ट्रीय बागवानी मिशन 2023 | National Horticulture Mission 2023
केंद्र की मोदी सरकार किसानों की आय बढ़ाने तथा उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है यहां तक की किसान भाइयों के समक्ष आने वाले विभिन्न प्रकार की समस्याओं का समाधान भी केंद्र सरकार लेकर आ रही है। केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार द्वारा चलाई जाने वाली इस योजना का लक्ष्य किसानों के आय में वृद्धि करना तथा उनके जीवन स्तर में सुधार लाना है इस योजना का एक प्रमुख उद्देश्य भी है कि कृषि फसलों का चौमुखी विकास करना।
दरअसल सरकार ने बागवानी के क्षेत्र में लोगों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राष्ट्रीय बागवानी मिशन की शुरुआत की थी राष्ट्रीय बागवानी मिशन के अंतर्गत सरकार ने कई फसलों पर किसानों को सब्सिडी दी तथा उच्च क्वालिटी के बीच प्रदान की।जिससे बागवानी के क्षेत्र में कार्य करने वाले किसानों को भारी लाभ हुआ इस कारण से अब के किसान इस बागवानी मिशन में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। इस योजना के माध्यम से किसान भाइयों को उनकी आवश्यकता के अनुरूप सिंचाई, नेट हाउस, भंडारण तथा बाल लगाने आदि के लिए सरकार द्वारा वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
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राष्ट्रीय बागवानी मिशन के उद्देश्य (NHM Objective)-
केंद्र सरकार द्वारा इस मिशन को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य बागवानी की खेती को बढ़ावा देने के साथ ही साथ उनका चौमुखी विकास भी करना है। इस योजना के अंतर्गत बागवानी करने वाले किसानों को फसल से संबंधित कुछ जानकारी व प्रशिक्षण प्रदान कर उनकी आय को बढ़ाना है। वास्तव में केंद्र सरकार व राज्य सरकार बागवानी की खेती करने वाले कृषकों की संख्या में बढ़ोतरी कर बागवानी की फसल को उत्पादन में वृद्धि कराना चाहती हैं क्योंकि पूरी दुनिया में लगभग 10% से अधिक बागवानी से होने वाली फसल भारत में उत्पादन होता है
सरकार का लक्ष्य इस को और बढ़ाने का है। इस मिशन के शुरू होने से फलों और सब्जियों के निर्यात में काफी वृद्धि देखी गई है जिससे किसानों की आय में भी वृद्धि हुई तथा देश के फॉरेक्स रिजर्व को भी लाभ हुआ है।
राष्ट्रीय बागवानी मिशन के लाभ (Horticulture Benefits)-
राष्ट्रीय बागवानी मिशन की सहायता से देशभर के किसानों को कई लाभ हुए हैं उनमें से कुछ के बारे में नीचे बताया गया है-
- राष्ट्रीय बागवानी मिशन से छोटे और सीमांत किसान कम भूमि में अधिक उत्पादन करके बढ़िया आय अर्जित कर सकते हैं
- बागवानी के अंतर्गत उगाई जाने वाली फसलें बाजार की मांग बाजार में लगभग पूरे वर्ष रहती है जिससे किसानों को विक्रय में किसी प्रकार की समस्या नहीं आती है, यदि इसमें सरकार भी कुछ सहयोग कर देती है तो इन किसानों को बहुत बड़े पैमाने पर लाभ होता है।
- बागवानी के अंतर्गत उत्पादन करने वाले फसल में भारत विश्व का लगभग 10% बागवानी फसल अकेले उत्पादित करता है।
- दोस्तों खाद्यान्न फसलों की अपेक्षा भगवानी वाली फसलों में सिंचाई की आवश्यकता कम पड़ती है तथा उत्पादन उस की अपेक्षा अधिक होती है।
- बागवानी के अंतर्गत उत्पादन किए गए फसल खाद्यान्न फसल की अपेक्षा अधिक पोषण होता है यही कारण है कि बागवानी में उत्पादन की गई फसलों को डॉक्टर भी अधिक से अधिक इस्तेमाल करने के लिए कहते हैं।
- बागवानी की खेती में फसल को तैयार होने में कुछ अधिक समय तो लगता है परंतु यह अधिक लंबे समय तक किसान को फल प्रदान करते हैं।
- राष्ट्रीय बागवानी मिशन शुरू करने के बाद भारत में बागवानी के अंतर्गत उत्पन्न होने वाली फसलों में काफी वृद्धि देखी गई है इसके साथ-साथ निर्यात भी काफी हद तक बढ़ गया है।
- पूरे विश्व में अब सबसे अधिक सब्जी की खेती चीनी की जाती है तथा पूरे विश्व में सबसे अधिक सब्जी का उत्पादन अब भारत में किया जाता है।
राष्ट्रीय बागवानी मिशन की सहायता से अर्थव्यवस्था को होने वाले लाभ-
देशभर में बागवानी के अंतर्गत विभिन्न प्रकार की फल, फूलों, सब्जियों, औषधीय पौधे तथा मसालों की खेती में बड़े पैमाने पर उत्पादन में वृद्धि देखी गई है बागवानी फसलों के उत्पादन से किसानों और देश की अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। पिछले कुछ वर्षों के डाटा के अनुसार तो कुछ ऐसा ही लगता है-
फलों के उत्पादन में वृद्धि-
पूरे भारत में बागवानी की फसलों के अंतर्गत भारत में आम, केला, नींबू तथा चीकू आदि फसलों के उत्पादन में बहुत अधिक मात्रा में वृद्धि देखी गई है वर्ष 2015-16 के मिले आंकड़ों के अनुसार भारत में कुल फलों का उत्पादन लगभग 90183 टन हुआ था जोकि अपने आप में काफी बड़े सुधार को दर्शाता है।
मसालों के उत्पादन में वृद्धि-
भारत देश मसालों के उत्पादन के लिए तो हजारों सालों से ही प्रसिद्ध है इसके उल्लेख हमारे प्राचीनतम ऐतिहासिक किताबों में पढ़ने को मिल जाता है। इस प्रसिद्धि को भारत ने अभी भी बरकरार रखा है मसालों के उत्पादन में भारत पूरे विश्व में पहले स्थान पर है इसके अलावा भारत देश को मसालों का घर भी कहा जाता है मसालों के निर्यात में भी भारत विश्व में प्रथम स्थान पर है।
सब्जी के उत्पादन में वृद्धि-
सब्जियों के उत्पादन में भी भारत का परफारमेंस काफी बढ़िया रहा है पूरे विश्व में चीन सबसे ज्यादा सब्जियों का उत्पादन करता है जबकि भारत विश्व में सबसे अधिक सब्जी का उत्पादन करने वाला दूसरा देश है। भारत के भीतर सबसे अधिक सब्जियां आलू, टमाटर, प्याज, फूलगोभी, पत्ता गोभी इत्यादि का उत्पादन सबसे अधिक मात्रा में किया जाता है। वर्ष 2015-16 के आंकड़ों के मुताबिक भारत में सब्जियों का कुल उत्पादन लगभग 169000 टन के आसपास था।
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राष्ट्रीय कृषि बागवानी मिशन का लाभ कौन और कैसे ले सकता है?
राष्ट्रीय किसी बागवानी मिशन का लाभ वे सभी लोग ले सकते हैं जो भारत में किसान है तथा भारत के मूल निवासी हैं। यदि कोई किसान भाई इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो उन्हें अपने जिले की कृषि विज्ञान केंद्र या जिला उद्यान केंद्र में संपर्क करना होगा। हालांकि आप इस जानकारी को ब्लॉक स्तर के उद्यान अधिकारी से भी प्राप्त कर सकते हैं इसके अलावा अब राष्ट्रीय बगवानी पोर्टल की ऑफिशल वेबसाइट पर विजिट करके इस मिशन से संबंधित विभिन्न जानकारी को ले सकते हैं।
राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड क्या है?
बागवानी से संबंधित फसलों के विकास के लिए केंद्र सरकार ने इस बोर्ड का गठन किया है यह बागवानी बोर्ड इस क्षेत्र से संबंधित फसलों के बारे मैं अध्ययन करके अलग-अलग डाटा को जारी करता है तथा इन फसलों के उत्पादन में कैसे वृद्धि की जाए एवं रखरखाव के लिए लोगों प्रशिक्षण व जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए कार्य करता है।