Engllish Important in UPSC – UPSC एक ऐसा exam है जहां content clarity और consistency चाहिए होती है। भाषा सिर्फ एक माध्यम है ज्ञान नहीं इस वजह से लाखों उम्मीदवार हिंदी तमिल बंगाली मराठी जैसे अन्य regional language में UPSC की तैयारी करते हैं और उसे clear भी करते हैं। आज इस लेख में हम बताएंगे कि एक रिजनल भाषा में UPSC की preparation कैसे की जाती है और कौन से सब्जेक्ट और क्षेत्र में language impact कैसा रहता है इसके अलावा आपको इंग्लिश का डर कैसे हटाना चाहिए।
जाने इस पोस्ट में क्या क्या है

Engllish Important in UPSC – Overview
| Element | Strategy (Regional Language) |
| Medium of Writing (Mains) | Hindi, Tamil, Bengali, Marathi, आदि |
| Prelims Language | English / Hindi (Optional via OMR) |
| Optional Subject | Regional Mediums के लिए कई विकल्प उपलब्ध |
| इंटरव्यू Language | Candidate की पसंद की भाषा |
| Resources Available | NCERT, Coaching Notes, YouTube Channels, State Books |
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क्या Regional Language में UPSC Clear करना संभव है?
इसका जवाब UPSC खुद कहता है कि आप अपनी पसंदीदा भाषा में UPSC की परीक्षा लिख सकते हैं। हर साल 100 से ज्यादा कैंडिडेट हिंदी तमिल तेलुगू जैसे अलग-अलग भाषा में यूपीएससी की परीक्षा लिखते हैं। अगर हम उदाहरण के तौर पर केवल 2022 को मां ने तो उसमें हिंदी माध्यम से लिखने वाले बहुत सारे कैंडिडेट थे जिसमें से कुछ टॉप 100 में भी शामिल थे। भाषा सक्सेस की बाधा नहीं है यहां जरूरत सही स्ट्रेटजी की होती है।
Regional Language से UPSC की तैयारी कैसे शुरू करें
अगर आपको रीजनल लैंग्वेज से यूपीएससी की तैयारी शुरू करनी है तो आपको कौन-कौन से सब्जेक्ट को पहले मजबूत करना होगा और किस तरह का action plan रखना होगा इसकी जानकारी दी गई है –
| Preparation Stage | Regional Language |
| Foundation (Months 1–3) | NCERT (हिंदी या क्षेत्रीय भाषा में) पढ़ना शुरू करें |
| Core Subjects (4–12 महीने) | Mains Syllabus के अनुसार टॉपिक्स कवर करें |
| Answer Writing Start | उत्तर अपनी भाषा में लिखकर अभ्यास करें |
| Mock Test Join करें | Language-specific Coaching / Test Series चुनें |
| Optional की तैयारी | वही विषय लें जो भाषा में उपलब्ध हो और रुचिकर हो |
Prelims की Strategy – Language Impact कहां होता है?
अगर आपको prelims की परीक्षा पास करनी है तो आपको कौन-कौन सा सेक्शन रखना चाहिए और कौन-कौन से भाषा का इस्तेमाल कैसे करना चाहिए इसकी एक स्ट्रेटजी नीचे दी गई है –
| Section | Language Relevance | Strategy |
| GS Paper 1 | Bilingual Booklets (English + Hindi / Regional) | हिंदी/अनुवादित Version का अभ्यास करें |
| CSAT (Paper 2) | English-heavy होता है | Logical Reasoning पर फोकस करें |
| Test Practice | MCQ Sets अपनी भाषा में Solve करें | Glossary Maintain करें |
Mains की Strategy – Regional Language में लिखने के फायदे और चुनौतियां
एक सही भाषा का चुनाव करके किस प्रकार आप mains की परीक्षा लिख सकते हैं इसके बारे में पूरी जानकारी टेबल के रूप में दी गई है –
| Benefits | Challenges |
| सहज भाषा में बेहतर अभिव्यक्ति | Limited Practice Resources |
| Concept Clear करने में मदद | Translation में गलती की संभावना |
| Vocabulary Natural रहती है | Coaching में Guidance कम मिल सकता है |
Optional Subjects कैसे चुने Regional Medium के लिए?
कौन-कौन सा सब्जेक्ट regional language में आपको लिखना चाहिए और इसके लिए क्या-क्या resources मौजूद है इसकी पूरी जानकारी टेबल के रूप में दी गई है –
| Subject | Regional Medium | Resources |
| History | Hindi, Tamil, etc. | Bilingual NCERTs, Spectrum, Coaching |
| Geography | Hindi, Marathi | G.C. Leong, Coaching Notes |
| Sociology | Limited in Regional | Local Publications |
| Literature (e.g., Hindi Lit, Tamil Lit) | High Scoring | IGNOU Notes, University Books |
English की Basic Understanding कैसे Improve करें
आपको इंग्लिश की थोड़ी-थोड़ी जानकारी होनी चाहिए इसके लिए आपको क्या-क्या करना चाहिए और कैसे मदद मिल सकती है इसे नीचे समझाया गया है –
| DO’s | How to Get Help |
| NCERTs Bilingual Version पढ़ें | Concept समझकर English से डर हटेगा |
| Daily 2 Vocabulary Words याद करें | Terminology Issue कम होगा |
| YouTube से Easy Explanation देखें | Topic Clarity में मदद |
| Prelims में English Questions Solve करने का अभ्यास करें | Confidence बढ़ेगा |
Self Motivation और Mindset – Regional Aspirants के लिए क्या जरूरी है?
Self motivation और mindset को तैयार करने के लिए कुछ जरूरी बातें नीचे दी गई है –
- बार-बार यह मत सोचिए की english में नहीं है तो पीछे है भाषा सिर्फ एक माध्यम है कोई लक्ष्य नहीं।
- अपनी strength को समझें और अपनी बात को अपनी भाषा में सही तरीके से express करें आप जितना बेहतर तरीके से और आसान शब्दों में एक्सप्रेस करेंगे आपकी बात का उतना वजन होगा।
- आप जितना practise करेंगे आपका confident उतना बढ़ेगा।
- इंटरव्यू तक आप अपनी भाषा चुन सकते हैं बस कंटेंट और क्लेरिटी पर काम करना चाहिए।
निष्कर्ष
आज इस लेख में हमने आपको बताया कि Engllish Important in UPSC की तैयारी कैसे की जाती है, UPSC में सफलता भाषा से नहीं तैयारी की गहराई और smart planning से मिलती है regional language में तैयारी करने वाला छात्र अब ज्यादा resources और ज्यादा platform और strategy के साथ काम कर सकता है। आप सभी परिस्थिति का फायदा उठाते हुए अगर अपने कंटेंट को मजबूत रखते हैं और भाषा का लगातार अभ्यास करते हैं तो आपके सपने को पूरा होने से कोई नहीं रोक सकता है।
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